Aadarsh Rathore
काश कि मिलता मौका
गुज़रे वक्त मे जाने का,
हंसने का, खेलने का
मस्ती में गुनगुनाने का ।।

काश कि मिलता मौका
गुज़रे वक्त में जाने का,
रुठने का, मनाने का
समझने का, समझाने का ।।

काश कि मिलता मौका
गुजरे वक्त में जाने का
भूलने का, भुलाने का
यादें नई सजाने का ।।
1 Response
  1. Amit Chandra Says:

    jo baten beet jati hai wo hamare jehen me ek yaad chhor jati hai. jinhe hum yaad to kar sakte hai us pal ko dubara ji nahi sakte. ek sunder rachna.