Aadarsh Rathore
कहते हैं अगर किसी चीज़ के बारे में समुचित जानकारी न हो तो उससे छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। लेकिन मैंने इसी तरह की मूर्खता कर दी थी। मैंने अपने ब्लॉग के साथ बहुत "नाइंसाफी" कर दी। दरअसल मैं ब्लॉग के टैम्पलेट से खुश नहीं था। ये बहुत संकरा था और इसके दोनों तरफ बहुत जगह शेष बचती थी। मैंने इसके निदान के लिए एचटीएमएल से छेड़छाड़ कर दी। इस चक्कर में ब्लॉग की पूरी संरचना ही बदल गई। आनन-फानन में मैंने नया टैंपलेट चुना और उसे अपलोड़ किया। ऐसा करने भर की देरी थी कि मेरे सम्पूर्ण विजेट खो गए। पूरा ब्लॉग खाली हो गया, सिर्फ पोस्ट्स बची रहीं। उसके बाद मैंने कई टैम्पलेट्स लोड किए लेकिन कोई भी फबा नहीं। अब जाकर मैंने ये टैम्पलेट चुना है। ये न केवल पहले वाले से बढ़िया है बल्कि देखने में साफ सुथरा भी लगता है। इस पूरी प्रक्रिया में मेरे ब्लॉग के सारे विजेट्स डिलीट हो गए। लेकिन अब धीरे-धीरे मैं पुन: उनका संकलन करूंगा। और खुशी की बात ये है अब मैं निश्चिंत होर पोस्ट कर पाऊंगा, नहीं तो मैं पिछले चार दिन से इसके रंग-रूप से साथ नए-नए प्रयोग कर रहा था। अब जब ये "प्याला" देखने में अच्छा हो गया है, मेरी कोशिश रहेगी कि विषयवस्तु के स्तर पर भी मैं इसे और अच्छा बनाऊंगा। वैसे भी मैं इन दिनों एक नई राह पर निकला हुआ हूं, आत्म परिवर्तन की राह पर। खैर, आप मुझे बता सकते हैं कि आपको इस प्याले का नया रूप कैसा लगा...
धन्यवाद।
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4 Responses
  1. प्याला तो पहले से भी बेहतर हो गया.

    प्याले के अवलोकन के दौरान ज्ञात हुआ कि ’यहाँ भी जायें’ मे मेरा लिंक नहीं है.

    मेरा लिंक भी बाकी विजेटस की तरह गुम हो गया है या कि पहले भी नहीं था?

    बस, आपकी जानकारी में लाना उद्देश्य था कि अगर गुम हो गया हो तो. :) यूँ भी आप आत्म परिवर्तन की राह पर निकले हैं शायद यह परिवर्तन करने का भी मन करे.

    बहुत बधाई और शुभकामनाऐं.


  2. Anonymous Says:

    समीर जी की टिप्पणी मेरी टिप्पणी समझी जाय।


  3. बहुत सुंदर हो गया ये प्याला । इसको देखें या इससे बात करें ....। कैसे कर डाला ये अदभुत कारनामा । हम तो थक गये हाथ आज़मा कर कुछ हासिल ना हो सका ।


  4. Neha Pathak Says:

    agar html ya koi bhi anya programming language ka gyaan na ho chedhchaadh nahi karni chaahiye, wais ebhi programming language samjhna tedhi kheer hai. ek ek webpage html mei banaana, ek ek program likhne mei bahut mehnat lagti hai.