लघुकथा की भाषिक संरचना / बलराम अग्रवाल
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यह लेख मार्च 2024 में प्रकाशित मेरी आलोचनात्मक पुस्तक 'लघुकथा का साहित्य
दर्शन' में संग्रहीत लेख 'लघुकथा की भाषिक संरचना' का उत्तरांश है। पूर्वांश
के लि...
2 weeks ago
बिलकुल सच कह है जी.
धन्यवाद
स्थितियाँ तो कुछ यही कहती हैं.
वाह.. क्या बात है। लोकतंत्र में पनप रही गुलामी को तड़प को ये कार्टून बखूबी पेश करता है।
बहुत सटीक कार्टून है। कम से कम हमारे देश में तो इन राजनेताओं ने लोकतंत्र का यही हाल कर दिया है।