Aadarsh Rathore
बंद कमरा
घुप्प अंधेरा
गहरा सन्नाटा!!!
मेरे और मेरे सिवा
और कोई भी नहीं...

दोनों के बीच
बिन ध्वनि, लिपि,
संकेत या मुद्रा के
हो रही है चर्चा
गंभीर...

सवाल ही सवाल!!!
कुछ मेरे
तो कुछ मेरे
मगर जवाब
न तो मेरे पास
और न ही मेरे पास...
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