इस वीडियो को देखिए...
माना जा रहा है कि ये अद्भुत शक्ति से भरा पांचजन्य शंख है...। ये शंख हरियाणा के यमुनानगर के जगाधरी में है..। अगर इसे गाय के थनों के नीचे लाया जाए तो अपने आप ही थनों से दूध की धारा बहने लगती है..। न तो ऐसा करने के लिए थनों को छूना पड़ता है और न ही किसी बछड़े को लगाना पड़ता है...। जानकारों का मानना है कि इस तरह का चमत्कारी शंख द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के पास हुआ करता था...। कहा जाता है कि उस शंख से कामधेनु गाय के थनों से दूध की धारा निकलती थी..। इस शंख को संभालकर रखने वाली महिला ने बताया कि उन्हें ये शंख उनके ससुर से दी थी और एक बाबा ने उन्हें इसके चमत्कार के बारे में बताया था...। कहा जाता है कि इस तरह के शंख भगवान श्रीकृष्ण के अलावा अर्जुन, भीष्म पितामह और गुरू द्रोण के पास होते थे...।
माना जा रहा है कि ये अद्भुत शक्ति से भरा पांचजन्य शंख है...। ये शंख हरियाणा के यमुनानगर के जगाधरी में है..। अगर इसे गाय के थनों के नीचे लाया जाए तो अपने आप ही थनों से दूध की धारा बहने लगती है..। न तो ऐसा करने के लिए थनों को छूना पड़ता है और न ही किसी बछड़े को लगाना पड़ता है...। जानकारों का मानना है कि इस तरह का चमत्कारी शंख द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के पास हुआ करता था...। कहा जाता है कि उस शंख से कामधेनु गाय के थनों से दूध की धारा निकलती थी..। इस शंख को संभालकर रखने वाली महिला ने बताया कि उन्हें ये शंख उनके ससुर से दी थी और एक बाबा ने उन्हें इसके चमत्कार के बारे में बताया था...। कहा जाता है कि इस तरह के शंख भगवान श्रीकृष्ण के अलावा अर्जुन, भीष्म पितामह और गुरू द्रोण के पास होते थे...।
अच्छी जानकारी है!
इस विषय में इस व्हीडियो के अलावा और कोई लेख है क्या?
रोचक घटना मगर कारण अकारण ही न बताएं !
रोचक रहा जानना और देखना इस शंख को. आभार.
दुनिया में अंधविश्वास फैलाने के नित नए रास्ते लोग खोज ही लेते हैं।
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जिसपर हमको है नाज़, उसका जन्मदिवस है आज।
कोमा में पडी़ बलात्कार पीडिता को चाहिए मृत्यु का अधिकार।
अर्शिया जी क्या जन्नत के पत्थर पर किसी ने शोध करा है आज तक? शायद पता चल जाए कि सचमुच जन्नत कहां है? यदि इस वीडियो के बारे में संदेह है तो अवश्य पड़ताल करिये बिना किसी आधार के अंधविश्वास का लेबल ठोंक कर अपनी लिखी बकवास को हाइपरलिंक करके टिप्पणी करना आपके पूरे कुनबे का काम है चाहे आप हों या जाकिर अली रजनीश....। आप लोग भी अंधविश्वास से ग्रस्त हैं लेकिन आप दूसरी खूंटी पर लटके हैं उसका नाम है साइंस जो कि खुद ही अपने आप में अपूर्ण है जो पता चल जाए उसे साइंस कह लो जो न पता चले उसे अंधविश्वास कह लो।
धन्यवाद भाई इस जानकारी के लिये।
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आदर्श राठौर जी,
१.३० मिनट का पूरा वीडियो देखा...
जो दिखा वह यह है...
गाय के थन (udder) दूध से लबालब भरे(engorged) हैं ऐसा hyperlactation के कारण अक्सर होता है इसीलिये थोड़ा-थोड़ा दूध थनों से निकल रहा है... कोई शंख का चमत्कार नहीं है... इस गाय को दुहने पर वीडियो में दिखाये से कई गुना ज्यादा दूध निकलेगा। वीडियो केवल थनों पर ही केन्द्रित है... हो सकता है बछड़ा भी इर्द-गिर्द होगा।
आप यमुनानगर के इस शंख की बात कर रहे हैं साफ लग रहा है कि यह सब सुनियोजित तौर पर प्रचार पाने के लिये किया जा रहा है।
नही यह कोई आजूबा नही,
आप गाय के धनो को ध्यान से देखे, जब दुध देर तक ना निकालो तो , दुध अपने आप निकलने लगता है, आप चाहे इसे अजुबा कह ले, लेकिन यह सब नार्मल है, मैने पहले विडियो नही देखा था, अब सारा माजरा समझ गया
प्रवीण जी नमस्कार,
आपकी बात से सहमत हूं। और ये पहली ऐसी घटना नहीं। एक बात और, ये शंख यमुनानगर में ही है लेकिन वो नहीं जिसका आपने लिंक दिया है।
मैंने तो ये रोचक वीडियो यूं ही डाल दिया था। इस तरह के कई वीडियो आपको यू-ट्यूब पर मिल जाएंगे..। वो भी भारत के ही...। ये वीडियो किसी तरह मेरे पास आया था इसलिए अपलोड कर दिया। जानकारी के लिए ये भी बता दूं कि 17 फाइल्स में से एक ही फाइल है ये वीडियो। सभी फाइल्स में देखा गया है कि कहीं पर भी बछड़ा नहीं है।
यार कमाल है आदर्श आदभुत
हो सकता है एडीटिंग का कमाल हो या फिर गाय का थन कुछ ज्यादा ही सेंसिटीव हो। क्योंकि ध्यान पूर्वक देखने पर एक जगह जब गाय दूध बंद कर देती है। तब हल्का सा शंख टच कराया गया फिर धार फूट गई है। कोई चमत्कार नहीं है।.....
जो भी हो.. पढ़ने और देखने में वीडियो मज़ेदार है.. बस..