शून्य
विवादास्पद हम भी हैं और वो भी
फिर भी इक फर्क हैं दोनों के बीच,
वो जो विवाद करते हैं, उस पर लिखा जाता है
और हम जो लिखते हैं,उस पर विवाद हो जाता है।
4 Responses
  1. ये भी अजब बात है..मगर विवादित तो कहाये ही!!


  2. बहुत खूब।

    पढ़ी पंक्तियाँ आपकी अच्छा लगा है स्वाद।
    डरना नहीं विवाद से जीवन एक विवाद।।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com
    shyamalsuman@gmail.com


  3. चलो कम से कम विवाद तो हुआ...विवाद नहीं होगा तो पहचान कैसे होगी...


  4. अरे शशांक जी हम पहचान के लिए विवाद नहीं करते, फिर भी न जाने कैसे कमबख्त विवाद ही हमारी पहचान बन गए हैं...