tag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post7015498957396518042..comments2023-11-05T13:57:47.042+05:30Comments on एक प्याला विचार भरा...: उफ़ ये अख़बार....Aadarsh Rathorehttp://www.blogger.com/profile/15887158306264369734noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-35779845110520447792009-01-07T02:59:00.000+05:302009-01-07T02:59:00.000+05:30how can you write a so cool blog,i am watting your...how can you write a so cool blog,i am watting your new post in the future!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-74648946849003658542008-12-14T21:18:00.000+05:302008-12-14T21:18:00.000+05:30Sahi kaha adarsh Bhai ... Print media ko check kou...Sahi kaha adarsh Bhai ... Print media ko check koun kare.. aajkal har koi agey badne ke chakkar main kya kuch kar jata hai yeh vo khud bhi nahi janta hai....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-11916204326278655642008-12-13T12:01:00.000+05:302008-12-13T12:01:00.000+05:30एक और चौंधियाने वाला सत्य!<A HREF="http://arstechnica.com/news.ars/post/20081211-20-of-teens-say-theyve-put-nude-pics-of-themselves-online.html" REL="nofollow">एक और चौंधियाने वाला सत्य!</A>Anil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/06680189239008360541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-66064314614865676152008-12-13T06:32:00.000+05:302008-12-13T06:32:00.000+05:30आपने गौर किया हो तो पता चलेगा कि इन तस्वीरों में ए...आपने गौर किया हो तो पता चलेगा कि इन तस्वीरों में एक भी तस्वीर किसी भारतीय मॉडल की नहीं है। <BR/>----<BR/>मैक्सिम के लिये मिनिषा लांबा ने बिकिनी में पोज दिये हैं. किडनैप में उनका एक गाना भी बिकनी में है. धूम २ में बिपाशा जी बिकिनी में हैं. और तो और दीपिका पादुकोन समेत ढेरों भारतीय माडल्स और हीरोइने बिकिनी में किंगफ़िशर कैलेंडर जैसे अन्य कैलेंडरों में आ चुकी हैं.<BR/>----<BR/>इस लेख में मैं ज्यादा कुछ कमेंट नही कर सकता हूं.<BR/>मैने बचपन से हीरो हिरोइनों को साथ में नाचते गाते देखा है आज भी मुझे ये सामान्य लगता है पर जिन्होने ये अपने जीवन के मध्यकाल में देखा है उन्हे दिक्कत हुई. इसी प्रकार जो लोग बिकिनी में औरतों को बचपन से देखते रहेंगे उन्हे इससे कोई फ़र्क नही पड़ेगा.<BR/>और ये लाजिक मैं नही दे रहा हूं. बल्कि मैने ये एक पत्रिका(कंप्यूटर संचार सूचना) में (काफ़ी पहले) पढ़ा था जिसमें पोर्न के ऊपर हुई रिसर्च का रिजल्ट छपा था.अंकुर गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/11895780087694607022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-76650244346702845542008-12-13T01:28:00.000+05:302008-12-13T01:28:00.000+05:30सच्चाई । अच्छा िलखा है आपने ।मैने अपने ब्लाग पर एक...सच्चाई । <BR/>अच्छा िलखा है आपने ।<BR/><BR/>मैने अपने ब्लाग पर एक लेख िलखा है-आत्मिवश्वास के सहारे जीतें िजंदगी की जंग-समय हो तो पढें और प्रितिक्रया भी दें-<BR/><BR/>http://www.ashokvichar.blogspot.comDr. Ashok Kumar Mishrahttps://www.blogger.com/profile/01184710406024316074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-28348846543600597072008-12-12T22:23:00.000+05:302008-12-12T22:23:00.000+05:30गुड... वैरी गुड। गुड जॉब डन।गुड... वैरी गुड। गुड जॉब डन।सुप्रतिम बनर्जीhttps://www.blogger.com/profile/16272872839681422930noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-7226987788275442322008-12-12T21:52:00.000+05:302008-12-12T21:52:00.000+05:30सब हमारी ही गलती है, हम समीक्षा के लिए ही अखबार खर...सब हमारी ही गलती है, हम समीक्षा के लिए ही अखबार खरीदें, तो भी एक प्रति तो बढ़ ही जाती है... इसी प्रकार कुछ की समीक्षा और कुछ के मजे के लिए बिका अखबार रिकोर्ड कायम करता है, और फिर अगली बार पुनः वही नंगापन रीपीट किया जाता है, कुछ की समीक्षा के लिए, कुछ के मजे के लिए...sandeep sharmahttps://www.blogger.com/profile/00396307376371645302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-90500098243262644532008-12-12T19:28:00.000+05:302008-12-12T19:28:00.000+05:30सबका यही हाल है बिरादर ,बेचना उनका काम है .....कैस...सबका यही हाल है बिरादर ,बेचना उनका काम है .....कैसे भी बिके.....राज कपूर स्टाइल था ना ...द्रश्य की मांग.....या मनोज कुमार स्टाइल .सब चलता है बोले तोडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-81195112136771743852008-12-12T17:06:00.000+05:302008-12-12T17:06:00.000+05:30इन सब मैं पंजाब केसरी नम्बर वन हैइन सब मैं पंजाब केसरी नम्बर वन हैdrdhabhaihttps://www.blogger.com/profile/07424070182163913220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-20143307025135661872008-12-12T11:25:00.000+05:302008-12-12T11:25:00.000+05:30हम देखाना चाहेते है .........इसलिए वो दिखाते है.अब...हम देखाना चाहेते है .........इसलिए वो दिखाते है.<BR/>अब तो मोबाइल में ब्लू फ़िल्म लोड करवा कर देखते/देखाते है.<BR/>फ़िर इन पर इतना गुस्सा क्यों ........RAJIV MAHESHWARIhttps://www.blogger.com/profile/14655178760836239744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-1414931509673607002008-12-12T10:40:00.000+05:302008-12-12T10:40:00.000+05:30दोस्त क्या ये सिलसिला रुकेगा ..., उम्मीद तो कम ही ...दोस्त क्या ये सिलसिला रुकेगा ..., उम्मीद तो कम ही है। वैसे दोनों मीडियम मैं एक होड़ लगी है कौन किस्से आगे। आपने अपनी नाराजगी जाहिर की, अच्छा किया।पशुपति शर्माhttps://www.blogger.com/profile/11856783167021814006noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-91219724849686887992008-12-12T10:33:00.000+05:302008-12-12T10:33:00.000+05:30लाहौल बिला कूबत. निश्चित तौर पर इन पर प्रतिबंध लगन...लाहौल बिला कूबत. निश्चित तौर पर इन पर प्रतिबंध लगना चाहिए. जब ऐसा नहीं हो जाता, हम उस तरफ देखें ही क्यों?P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-66672244723288677542008-12-12T07:53:00.000+05:302008-12-12T07:53:00.000+05:30जिन्हें नाज है हिंद पर वो कहां हैं?जिन्हें नाज है हिंद पर वो कहां हैं?PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-22455664464531932892008-12-12T07:31:00.000+05:302008-12-12T07:31:00.000+05:30आप टी०वी० को लेकर इतना गुस्साये क्यों हैं ? दोनों ...आप टी०वी० को लेकर इतना गुस्साये क्यों हैं ? दोनों एक ही राग से रंजित हैं - टी०वी० या अखबार. प्रक्रिया भले ही कुछ अलग करा ले . <BR/><BR/>उल्लेख के लिये धन्यवाद.Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-83537822871782369762008-12-12T02:47:00.000+05:302008-12-12T02:47:00.000+05:30अश्लीलता बेचने वाले और पढने वाले दोनों ही गुनहगार ...अश्लीलता बेचने वाले और पढने वाले दोनों ही गुनहगार हैं. जहाँ कुछ लोग इसे "खुलेपन" का नाम देते हैं, वहीं कुछ लोग इसे "ग्लैमर" भी कहते हैं. जो चीज आप अपने घर में बैठकर बीवी-बच्चों के साथ नहीं देख सकते वह न "खुलापन" है और न ही "ग्लैमर". उसे अश्लील ही कहा जायेगा.Anil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/06680189239008360541noreply@blogger.com