tag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post5146869139765284261..comments2023-11-05T13:57:47.042+05:30Comments on एक प्याला विचार भरा...: फल की इच्छा ही कर्म करने के लिए प्रेरित करती है...Aadarsh Rathorehttp://www.blogger.com/profile/15887158306264369734noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-69485386038210568922010-02-26T17:53:33.479+05:302010-02-26T17:53:33.479+05:30"शायद हर व्यक्ति खुद को विशिष्ट समझता है। दूस..."शायद हर व्यक्ति खुद को विशिष्ट समझता है। दूसरों की बात क्या करूं, मैं तो खुद को समझता ही हूं। और यही विशिष्ट होने का भ्रम मेरी परेशानी का कारण भी है।"<br /><br /><br />आप अकेले नहीं है, ये बीमारी तो मुझे भी है.Neha Pathakhttps://www.blogger.com/profile/03473210046792278569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-44596832147323252972009-10-11T03:25:25.886+05:302009-10-11T03:25:25.886+05:30भाई, आपका लेख पढ़ते हुए मुझे रह रह आर न जाने क्यों...भाई, आपका लेख पढ़ते हुए मुझे रह रह आर न जाने क्यों ऐसा लग रहा था की आप किसी आई टी कंपनी में हैं और इस साल आपका एप्रेसल नहीं हुआ है.. और आपके आस पास के लोग ज्यादा नहीं तो कम से कम ५-६ % तो पा ही गए हैं.पुनीत ओमरhttps://www.blogger.com/profile/09917620686180796252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-822498357442099572009-10-02T02:04:20.793+05:302009-10-02T02:04:20.793+05:30its gud 2 pen down d negativities, it helps in rem...its gud 2 pen down d negativities, it helps in removing their burden..<br />all d best..Ankita Chauhanhttps://www.blogger.com/profile/16270541881105262682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-50459234689435285572009-09-30T11:53:37.835+05:302009-09-30T11:53:37.835+05:30niceniceAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/15346793955424916396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-60241693201551056412009-09-25T09:43:12.152+05:302009-09-25T09:43:12.152+05:30मैने एक बार एक किताब पढ़ी थी उसके मुताबिक, काम करत...मैने एक बार एक किताब पढ़ी थी उसके मुताबिक, काम करते रहों और जितना आप काम करते हो उससे थोड़ा ज्यादा करों, आपको सफलता ज़रुर मिलेगी, लेकिन आज के वक्त में मै कहता हूं काम उतना करों जितना लोगों की नज़र में आये,वरना सिर्फ मौके की तलाश में रहों कि किस वक्त क्या काम करुं कि आगे के रास्ते खुल जाये। आगे बढ़ने के लिये वक्त पर सही काम करना बहुत ज़रुरी है, अभी आप परेशान है हो जाइये खूब होइये, क्योंकि अगर नहीं होंगे तो इस परेशानी के समय को काटने में दिक्कतें होंगी, बस इंतजार करियें तो सही मौके का उसके लिये काम करना ज़रुरी हैशशांक शुक्लाhttps://www.blogger.com/profile/00569926392676984136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-59192359219921301032009-09-25T07:59:16.585+05:302009-09-25T07:59:16.585+05:30ऐसा लगता है कि आप निराश हो गये हैं। याद रखें निराश...ऐसा लगता है कि आप निराश हो गये हैं। याद रखें निराश व्यक्ति कभी सफलता प्राप्त नहीं कर सकता। गीता में श्री कृष्ण ने अर्जुन को बरगलाया नही था बल्कि उनमें ब्याप्त मोह को दूर किया था। फल का लालच तो दुर्योधन को था, अर्जुन को नहीं। आपके पास तो केवल कर्म ही हैं, ईमानदारी से निष्कपट रूप से अपने कर्म करें सफलता आपको अवश्य मिलेगी।बी. एन. शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/14060516099733138350noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-23171980202724297602009-09-25T00:39:27.380+05:302009-09-25T00:39:27.380+05:30"मुझे अपने परिश्रम का मनवांछित परिणाम तो कभी ..."मुझे अपने परिश्रम का मनवांछित परिणाम तो कभी भी नहीं मिला लेकिन पिछले दिनों तो और भी बुरा हुआ। जो भी काम किया, किसी का कोई फल नहीं मिला।"<br />ईश्वर हमेशा हमारे किये कर्मों का फ़ल अवश्य देता है और जब नही देता है तो हमें और भी खुश होना चाहिये क्योंकि वो कर्म उसके बैंक में सुरक्षित होते रहते हैं और आपको जितनी देर से मिलते हैं आपको चक्रवृद्धि ब्याज की दर से उतना ही फ़ायदा होता है. ईश्वर के बैंक में चक्रवृद्धि ब्याज का सिस्टम लागू होता है. अत: निराश ना हों. मुझे भी काफ़ी लंबे समय से कोई खास सफ़लता नही मिली है, पर मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन जरूर मिलेगी.अंकुर गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/11895780087694607022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-13358473999873687172009-09-24T12:44:07.111+05:302009-09-24T12:44:07.111+05:30बिलकुल सही कहा आपने। बिना फल की आशा के आज कौन कर्म...बिलकुल सही कहा आपने। बिना फल की आशा के आज कौन कर्म करता है?<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-22014422266149285932009-09-24T12:17:01.296+05:302009-09-24T12:17:01.296+05:30भाई आपके लेख मे जिस प्रकार की उत्कृष्टता है....जो ...भाई आपके लेख मे जिस प्रकार की उत्कृष्टता है....जो एक सटीक पं है...वो कबीले तारीफ है...<br /><br />घोर निराशा से घिरा कोई इंसान अपने करूणा प्रधान भावों को कितनी सहजता और रचनात्मकता से लिपिबध कर सकता है ये मैं आज पढ़ रहा हूँ ...ईश्वर आपको शीघ्रा सफलता दिलवाएँगोपाल सिंह नेगीhttps://www.blogger.com/profile/06251974465910837834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-6477464063084494482009-09-24T10:03:34.394+05:302009-09-24T10:03:34.394+05:30अवसाद से वही भरता है तो बड़े ख्वाब देखता है। आशाती...अवसाद से वही भरता है तो बड़े ख्वाब देखता है। आशातीत सफलता न मिलने से परेशान वही होता है जिसके मन में सफलता प्राप्त करने की ललक होती है। जो सपने देखता है वही सपने टूटने पर दुखी होता है। क्षमा चाहता हूं, मैं उन लोगों में नहीं जो जीवन को जी लेने भर के लिए जीते हैं। मेरे कुछ ख्वाब हैं, स्वप्न हैं और कुछ लक्ष्य हैं। कुछ व्यक्तिगत और बहुत से सामाजिक। उन लक्ष्यों को पाना चाहता हूं मैं। अपने जीवन के परम उद्देश्य को हासिल करना चाहता हूं मैं।<br /><br />bahut hi khubsurat aur sahi baat kahi hai aapne aur sach maniye yahi meri bhi soch hai. aapke is lekh ko padkar mere man me ek nayi urja ka sanchar hua hai bahut bahut sadhuwad. likhte rahiye logo ke jeevan me urja ka sanchar karte rahiye.eklavyahttps://www.blogger.com/profile/09493893582594442182noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-46201659419359034132009-09-24T06:17:57.203+05:302009-09-24T06:17:57.203+05:30असामान्य परिस्थितियां असाधारण मनुष्यों के जीवन म...असामान्य परिस्थितियां असाधारण मनुष्यों के जीवन में ही आती हैं .. जितना संघर्ष उतना होगा .. व्यक्तित्व में उतना ही निखार आएगा !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-11327341458637138642009-09-24T00:42:45.311+05:302009-09-24T00:42:45.311+05:30गीता की आपने सही पड़ताल की है । इस अभियान को जारी र...गीता की आपने सही पड़ताल की है । इस अभियान को जारी रखियेशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6345042130764398174.post-71550658785600646182009-09-24T00:28:41.635+05:302009-09-24T00:28:41.635+05:30विषम परिस्थितियों में उसी दृढ़ता और उत्साह के साथ क...विषम परिस्थितियों में उसी दृढ़ता और उत्साह के साथ काम करते रहना वाक़ई मुश्किल है। लेकिन कहीं सुना था कि "Tough times never last, but tough people do". इसलिए हिम्मत न हारिए, देर-सवेर फल भी मिलेगा ही।Pratik Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/02460951237076464140noreply@blogger.com